अमृत ​​भारत स्टेशन योजना : भारतीय रेल अवसंरचना का एक नया युग

अमृत ​​भारत स्टेशन योजना : भारतीय रेल अवसंरचना का एक नया युग

सामान्य अध्ययन – 3 – भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास, भारत में आर्थिक प्रगति और अमृत भारत स्टेशन योजना : भारतीय रेल अवसंरचना का एक नया युग

 

प्रारंभिक परीक्षा के लिए : 

अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है? यह भारत में रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण में कैसे मदद करेगी?

 

मुख्य परीक्षा के लिए : 

अमृत भारत स्टेशन योजना किस तरह से सतत और समावेशी शहरी विकास में योगदान देती है?

 

खबरों में क्यों?

 

 

  • हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जल्द ही बीकानेर (राजस्थान) से “अमृत भारत स्टेशन योजना” के अंतर्गत 18 राज्यों के 103 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकसित संस्करणों का लोकार्पण करेंगे। 
  • यह पहल भारतीय रेलवे के बुनियादी ढाँचे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना का उद्देश्य पुराने रेलवे स्टेशनों को न केवल आधुनिक और यात्री-सुलभ बनाना है, बल्कि उन्हें आकर्षक सार्वजनिक स्थलों के रूप में भी विकसित करना है।
  • इन स्टेशनों में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नवीन तकनीक, बेहतर यातायात व्यवस्था, स्वच्छता, सुगम पहुँच और स्थानीय परिवेश के साथ तालमेल जैसी विशेषताएँ जोड़ी जाएँगी। 
  • यह योजना/ कार्यक्रम न केवल यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाएगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास और आर्थिक गतिविधियों को भी गति देगा। 
  • केन्द्र सरकार द्वारा इस उद्घाटन के माध्यम से सरकार की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता और यात्रियों की सुविधाओं को प्राथमिकता देने की मंशा स्पष्ट होती है।

 

अमृत भारत स्टेशन योजना की परिकल्पना और संकल्प : 

 

परिकल्पना :

  • अमृत भारत स्टेशन योजना एक दीर्घकालिक, दूरदर्शी प्रयास है जिसका लक्ष्य देश भर के 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का चरणबद्ध रूप से कायाकल्प करना है। यह पहल स्थानीय आवश्यकताओं और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक स्टेशन को एक समग्र, आधुनिक और सुलभ परिवहन केंद्र में बदलने की दिशा में कार्य करती है।

 

अमृत भारत स्टेशन योजना के प्रमुख आयाम :

 

  1. आधुनिक संरचना एवं सुविधाएँ को विकसित करना : स्टेशन परिसरों को छतों पर प्लाज़ा, सुंदर प्रवेश द्वार, भोजनालय, नए सिरे से विकसित प्लेटफार्म और बच्चों के लिए खेल क्षेत्र जैसी सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा।
  2. यात्रियों के लिए उन्नत सुविधाएँ प्रदान करना : यात्रियों की सुरक्षा, आराम और सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्वच्छ शौचालय, निःशुल्क वाई-फाई, डिजिटल संकेतक, प्रतीक्षालय और आधुनिक टिकटिंग सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँगी।
  3. सभी के लिए समावेशी पहुँच को सुनिश्चित करना : सुगम्य भारत अभियान के अंतर्गत दिव्यांगजनों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए रैम्प, ब्रेल संकेत, कम ऊँचाई वाले टिकट काउंटर, लिफ्ट और टैक्टाइल पथ जैसी सुविधाएँ जोड़ी जाएँगी।
  4. स्थानीय संस्कृति और स्थापत्य की झलक को दिखाने का प्रयास करना : प्रत्येक स्टेशन का डिज़ाइन उस क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर से प्रेरित होगा, जैसे मोढेरा का सूर्य मंदिर, पुरी का जगन्नाथ मंदिर या चोल राजवंश की वास्तुकला।
  5. “एक स्टेशन, एक उत्पाद” पहल को प्रोत्साहित करना : स्टेशन परिसर में विशेष कियोस्क के माध्यम से स्थानीय शिल्प, हथकरघा व पारंपरिक खाद्य उत्पादों को प्रदर्शित कर स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
  6. हरित एवं टिकाऊ विकास को सुनिश्चित करना : इस योजना से पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए ऊर्जा दक्षता, ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण, हरियाली, और टिकाऊ निर्माण सामग्री का उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
  7. बेहतर शहरी जुड़ाव और पैदल यात्री पथ जैसी सुविधाओं को भी उन्नत करना : इस योजना के तहत प्रत्येक स्टेशनों को शहर की प्रमुख सड़कें, मेट्रो और बस नेटवर्क से बेहतर रूप में जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, रोशनी, पार्किंग और पैदल यात्री पथ जैसी सुविधाओं को भी उन्नत किया जाएगा।
  8. स्टेशन को एक सक्रिय शहरी स्थल के रूप में विकसित करना : इस योजना के तहत ये पुनर्निर्मित स्टेशन न केवल यात्रा के केंद्र बनेंगे, बल्कि व्यावसायिक गतिविधियों और सामुदायिक कार्यक्रमों के लिए भी एक सक्रिय शहरी स्थल के रूप में विकसित किए जाएँगे।

 

अमृत भारत स्टेशन योजना : विकास की यात्रा : 

 

 

  1. वैचारिक आधार या प्रारंभिक विचार (2021 ) : रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प की सोच की नींव गांधीनगर कैपिटल स्टेशन से रखी गई, जो आधुनिक सुविधाओं और एक पांच सितारा होटल के साथ देश का पहला पुनर्विकसित स्टेशन बना है। यह एक नए युग की शुरुआत थी।
  2. आदर्श मॉडल के रूप में रानी कमलापति स्टेशन : पूर्व में हबीबगंज कहलाने वाला यह स्टेशन आधुनिकता का प्रतीक बना। हवाई अड्डे जैसी सुविधाओं, डिजिटल सेवाओं और यात्री-केंद्रित डिजाइन के साथ, यह भविष्य के रेलवे स्टेशन विकास का मानक बन गया है।
  3. अमृत भारत योजना की शुरुआत : भारत के रेलवे मंत्रालय ने 1,309 स्टेशनों को चरणबद्ध रूप से पुनर्विकसित करने की योजना के रूप में इस पहल का औपचारिक शुभारंभ किया। इसमें प्रत्येक स्टेशन की स्थानीय आवश्यकताओं और संभावनाओं को ध्यान में रखा गया है।
  4. प्रमुख राष्ट्रीय योजनाओं के साथ जोड़ा जाना और तालमेल बिठाना : इस योजना को सुगम्य भारत अभियान और स्वच्छ भारत मिशन जैसे प्रमुख राष्ट्रीय अभियानों से जोड़ा गया है, जिससे स्टेशन केवल आधुनिक नहीं, बल्कि समावेशी और स्वच्छ भी बनें।
  5. एक स्टेशन – एक उत्पाद जैसे स्थानीय उत्पादों को मंच – OSOP (One Station One Product) प्रदान करना : इस योजना के तहत हर स्टेशन पर स्थानीय कारीगरों और पारंपरिक उत्पादों को बढ़ावा देने हेतु समर्पित कियोस्क की व्यवस्था की गई, जिससे रोजगार और सांस्कृतिक पहचान को मजबूती मिली है।
  6. सांस्कृतिक स्थापत्य का समावेश किया जाना : इस योजना के तहत हर स्टेशनों की डिज़ाइन में क्षेत्रीय धरोहर और स्थापत्य शैलियों का समावेश किया गया है, जिससे हर स्टेशन अपनी भूमि की सांस्कृतिक पहचान का प्रतिबिंब बन सके।
  7. सतत एवं टिकाऊ विकास को प्राथमिकता देना और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर करना : इस योजना के तहत सौर ऊर्जा का उपयोग, ध्वनि-नियंत्रण उपाय, हरित निर्माण सामग्री और ऊर्जा दक्षता के उपायों का समावेश करके इस योजना में टिकाऊ विकास को प्राथमिकता दी गई है ।
  8. स्टेशन को बहुआयामी शहरी केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना : इस योजना के तहत स्टेशन अब केवल पारगमन बिंदु नहीं, बल्कि बहुआयामी शहरी केंद्र के रूप में विकसित हो रहे हैं। इन स्थानों को वाणिज्यिक गतिविधियों, सामुदायिक उपयोग और बेहतर कनेक्टिविटी के साथ जोड़ा गया है।

 

निष्कर्ष :

 

  • अमृत भारत स्टेशन योजना महज एक अवसंरचनात्मक परियोजना नहीं है, बल्कि यह भारत के शहरों और सार्वजनिक जीवन को पुनर्परिभाषित करने की एक दूरदर्शी पहल है। यह रेलवे स्टेशनों को स्वच्छ, सुलभ, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और तकनीकी रूप से उन्नत केंद्रों में रूपांतरित कर रही है।
  • यह योजना भारत के शहरी परिदृश्य को स्मार्ट, समावेशी और टिकाऊ स्वरूप देने का माध्यम बन रही है। आज, ये स्टेशन केवल यात्रा के पड़ाव भर नहीं हैं, बल्कि ये एक नए एवं विकसित नवभारत के आत्मविश्वास, प्रगति और संभावनाओं के प्रवेश द्वार बन चुके हैं।

स्त्रोत – पी. आई. बी एवं द हिन्दू। 

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प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : 

 

Q.1. अमृत भारत स्टेशन योजना के संबंध में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. इसका उद्देश्य चरणबद्ध तरीके से भारत भर में 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास करना है।
2. इस योजना में ‘एक जिला एक उत्पाद’ पहल के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के प्रावधान शामिल हैं।
3. इस योजना के अंतर्गत स्टेशनों का डिज़ाइन स्थानीय कला, संस्कृति और वास्तुकला से प्रेरित है।
4. इसका कार्यान्वयन आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से कथन सही हैं?
(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 1, 2 और 3
(c) केवल 1, 3 और 4
(d) उपरोक्त सभी।

उत्तर – (a)

 

मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :

 

Q.1. अमृत भारत स्टेशन योजना भारत के रेलवे बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम है। यात्री अनुभव और शहरी संपर्क बढ़ाने में इस योजना की प्रमुख विशेषताओं, उद्देश्यों और व्यापक निहितार्थों पर चर्चा करें। ( शब्द सीमा – 250 अंक – 15 )

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