एग्रीश्योर योजना

एग्रीश्योर योजना

( यह लेख यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र – 3 के अंतर्गत ‘ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कृषि विपणन , सूचना प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर, किसानों की सहायता में ई-टेक्नोलॉजी, भारत के कृषि क्षेत्र में वृद्धि एवं विकास ’ खंड से और यूपीएससी के प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत ‘ राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी), डिजिटल कृषि मिशन (DAM) , एग्रीस्टैक ’ खंड से संबंधित है।)

 

खबरों में क्यों ? 

 

  • हाल ही में 3 सितम्बर 2024 को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने नई दिल्ली में एग्रीश्योर/AgriSURE ( स्टार्टअप और ग्रामीण उद्यमों के लिये कृषि कोष/Agri Fund for Start-ups & Rural Enterprises ) योजना का अनावरण किया, जो भारत के कृषि परिदृश्य को बदलने में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।  
  • एग्रीश्योर योजना स्टार्टअप और ग्रामीण उद्यमों के लिए एक विशेष कृषि कोष है, जिसका उद्देश्य भारत के कृषि परिदृश्य में क्रांति लाना है।
  • इस योजना का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नवाचार और संधारणीयता को बढ़ावा देना है, जो भारतीय किसानों की आय बढ़ाने और कृषि में आधुनिक तकनीकों के उपयोग को प्रोत्साहित करने में मदद करेगी।
  • इस कार्यक्रम में एग्रीश्योर ग्रीनाथॉन पुरस्कार भी प्रदान किया गया, जिसमें शीर्ष तकनीक-संचालित कृषि स्टार्टअप्स को मान्यता दी गई।

 

एग्रीश्योर योजना का प्रमुख लक्ष्य :  

 

 

  • एग्रीश्योर योजना का प्रमुख लक्ष्य भारत के कृषि क्षेत्र में नवाचार और संधारणीयता को बढ़ावा देना है। 
  • भारत के कृषि क्षेत्र में इस योजना के तहत 750 करोड़ रुपए का वैकल्पिक निवेश कोष (AIF) स्थापित किया जाएगा, जिसमें कृषि मंत्रालय और राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा 250-250 करोड़ रुपए का योगदान किया जाएगा और भारत के अन्य वित्तीय संस्थानों के माध्यम से 250 करोड़ रुपए और जुटाया जाएगा।
  • इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि मूल्य श्रृंखला में उच्च जोखिम और उच्च प्रभाव वाली गतिविधियों को शामिल करना है। 
  • भारत में शुरू की गई एग्रीश्योर योजना एक अभिनव मिश्रित पूंजी कोष है, जो भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के साथ श्रेणी II वैकल्पिक निवेश कोष (AIF) के रूप में पंजीकृत है। 
  • इस योजना को भारत में संचालित करने में प्रमुख रूप से भारत सरकार, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और निजी निवेशकों का आपस में आर्थिक तौर पर महत्वपूर्ण योगदान देना है।
  • एग्रीश्योर का उद्देश्य प्रौद्योगिकी-संचालित, उच्च-जोखिम, उच्च-प्रभाव वाले उपक्रमों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कृषि और ग्रामीण विकास स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में विकास और नवाचार को बढ़ावा देना है। 
  • इस योजना के माध्यम से, कृषि क्षेत्र में नए और उन्नत तकनीकों का उपयोग कर उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा, जिससे भारतीय किसानों की आय में वृद्धि होगी और भारत के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को अत्यधिक आर्थिक मजबूती मिलेगी।

 

एग्रीश्योर योजना की प्रमुख विशेषताएँ : 

 

 

एग्रीश्योर योजना की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित है – 

  1. भारत के कृषि क्षेत्र में सतत वृद्धि एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए आई.टी.-आधारित समाधानों के माध्यम से उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना : यह कोष किसानों के लिए आई.टी.-आधारित समाधानों के माध्यम से उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करेगा, जिससे कृषि क्षेत्र में सतत वृद्धि एवं विकास को बढ़ावा मिलेगा।
  2. प्रत्येक का निवेश आकार और कोष की संरचना : एग्रीश्योर योजना के तहत बनाए गए कोष का उद्देश्य लगभग 85 कृषि स्टार्ट-अप को समर्थन देना है, जिनमें से प्रत्येक का निवेश आकार 25 करोड़ रुपए तक है।
  3. निवेश के माध्यम से सहायता प्रदान करना : यह फंड सेक्टर विशिष्ट एवं अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) में निवेश के माध्यम से सहायता प्रदान करेगा।
  4. प्रत्यक्ष इक्विटी सहायता प्रदान करना : यह कोष भारत के कृषि क्षेत्र में स्टार्ट-अप को आरंभ करने के लिए प्रत्यक्ष इक्विटी सहायता भी प्रदान करेगा।
  5. कृषि क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा देना : यह कोष कृषि में नवाचार, कृषि उपज मूल्य श्रृंखला को बढ़ाने, ग्रामीण बुनियादी ढांचे का निर्माण करने, रोजगार सृजन एवं किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) को समर्थन देने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
  6. एग्रीश्योर कोष की संचालन अवधि : भारत के कृषि क्षेत्र में एग्रीश्योर फंड को 10 वर्ष के लिए संचालित किया जाना है, जिसे दो या दो से अधिक वर्षों के लिए बढ़ाया भी जा सकता है।
  7. एग्रीश्योर योजना के लाभार्थी वर्ग : एग्रीश्योर योजना के तहत सृजित फंड से भारत के छोटे एवं  सीमांत किसानों को लाभ प्राप्त होगा।
  8. एग्रीश्योर योजना का कोष प्रबंधक : नाबार्ड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ‘नैबेंचर्स’ कोष प्रबंधक के रूप में कार्य करेगी। 

 

एग्रीश्योर ग्रीनाथन – 2024 : 

एग्रीश्योर ग्रीनथॉन पुरस्कारों का उद्देश्य कृषि-मूल्य शृंखला में किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए तकनीक-केंद्रित समाधान विकसित करने वाले सबसे नवीन स्टार्ट-अप्स को मान्यता देना है। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने हाल ही में एग्रीश्योर ग्रीनाथन-2024 की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में तीन प्रमुख समस्याओं का समाधान करना है। जो निम्नलिखित है – 

  1. बजट पर स्मार्ट कृषि : इसका प्रमुख उद्देश्य भारत में उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों की उच्च लागत से निपटना और उसका समाधान करना है।
  2. कृषि-अपशिष्ट को लाभदायक व्यावसायिक अवसरों में बदलना : इसके तहत भारत में कृषि कचरे को लाभदायक उद्यमों में बदलने पर ध्यान केंद्रित करना है, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ प्रदान किया जा सके।
  3. पुनर्योजी कृषि को लाभकारी बनाने वाले तकनीकी समाधान प्रस्तुत करना : यह भारत के कृषि क्षेत्र में पुनर्योजी कृषि कार्य प्रणालियों को अपनाने में आने वाली आर्थिक बाधाओं को दूर करने और उसका स्थायी समाधान करने पर आधारित है।

इस वर्ष के विजेताओं में 2000 स्टार्ट-अप्स में से ग्रीन्सैपियो (विजेता), कृषिकांति (उपविजेता) और एम्ब्रोनिक्स (द्वितीय उपविजेता) शामिल हैं, जिनकी कुल पुरस्कार राशि 6 लाख रुपए है।

 

एग्रीश्योर योजना में समाधान / आगे की राह : 

 

 

एग्रीश्योर योजना के तहत निम्नलिखित समाधान प्रदान किया जा सकता है – 

  1. वित्तीय सहायता प्रदान करना : एग्रीश्योर योजना के तहत स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिससे वे अपने नवाचारों को व्यावहारिक रूप में बदल सकें। यह सहायता उन्हें अपने उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने और बाजार में लाने में मदद करती है।
  2. कृषि क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना : एग्रीश्योर योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना है। इसके लिए सरकार और नाबार्ड मिलकर काम कर रहे हैं, जिसमें उन्नत उपकरणों और तकनीकों का उपयोग शामिल है।
  3. नाबार्ड और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देना : इस योजना के तहत सरकार, नाबार्ड और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिल सके।
  4. तकनीकी उन्नति : एग्रीश्योर योजना के माध्यम से कृषि क्षेत्र में तकनीकी उन्नति को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे किसानों को नई तकनीकों का लाभ मिल सके।
  5. प्रशिक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देना : इस योजना का मुख्य उद्देश्य सतत विकास को बढ़ावा देना है, जिससे कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी विकास हो सके। एग्रीश्योर योजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य है कि कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देकर किसानों की आय में वृद्धि की जा सके और उन्हें सशक्त बनाया जा सके।
  6. बाजार तक पहुंचने में मदद करना : एग्रीश्योर योजना के तहत स्टार्टअप्स को बाजार तक पहुंचने में मदद की जाती है, जिससे वे अपने उत्पादों को अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचा सकें। इसके लिए विभिन्न विपणन और वितरण चैनलों का उपयोग किया जाता है। इस प्रकार, एग्रीश्योर योजना के माध्यम से कृषि क्षेत्र में नवाचार और विकास को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके और उन्हें सशक्त बनाया जा सके।

 

स्रोत: पी.आई.बी।

 

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प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : 

 

Q.1. एग्रीश्योर योजना के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए। 

  1. इसका उद्देश्य प्रौद्योगिकी-संचालित, उच्च-जोखिम, उच्च-प्रभाव वाले उपक्रमों पर ध्यान केन्द्रित करना है।
  2. इसे 10 वर्ष के लिए संचालित किया जाना है, जिसे चार वर्षों के लिए बढ़ाया भी जा सकता है।
  3. इस योजना के तहत नाबार्ड की सहायक कंपनी ‘नैबेंचर्स’ कोष प्रबंधक के रूप में कार्य करेगी।

उपर्युक्त कथनों में से कौन सा कथन सही है ? 

A. केवल 1 और 3 

B. केवल 2 और 3 

C. इनमें से कोई नहीं।

D. उपर्युक्त सभी। 

उत्तर – A 

मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : 

 

Q.1. भारतीय कृषि क्षेत्र के समक्ष मुख्य चुनौतियाँ क्या हैं? चर्चा कीजिए कि हाल ही में शुरू किया गया डिजिटल कृषि मिशन और एग्रीश्योर फंड इन चुनौतियों से निपटने में किस प्रकार सहायक होंगे? ( शब्द सीमा – 250 अंक -15 ) 

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