प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा : स्वच्छ ऊर्जा और सुरक्षा में सहयोग की नई शुरुआत

प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा : स्वच्छ ऊर्जा और सुरक्षा में सहयोग की नई शुरुआत

( यह लेख यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र – 2 के अंतर्गत ‘ अंतर्राष्ट्रीय संबंध , महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संगठन और भारत के हित्तों से संबंधित महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संधि और समझौते , प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा : स्वच्छ ऊर्जा और सुरक्षा में सहयोग की नई शुरुआत ’ खंड से और यूपीएससी के प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत ‘ क्वाड शिखर सम्मेलन , संयुक्त राष्ट्र महासभा , भारत की आगामी क्वाड प्रेसीडेंसी/ अध्यक्षता , राष्ट्रीय सुरक्षा सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र , नासा और इसरो की संयुक्त अनुसंधान परियोजना ’ खंड से संबंधित है।) 

 

खबरों में क्यों ?

 

  • हाल ही में, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा भारत-अमेरिका द्विपक्षीय  संबंधों की दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण अवसर और अविस्मरणीय पल था। 
  • इस यात्रा में द्विपक्षीय वार्ता, क्वाड शिखर सम्मेलन की चर्चाएँ और संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकें भी शामिल थीं।
  • इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य रणनीतिक साझेदारी और भू-राजनीतिक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना था। जिसने भारत की आगामी क्वाड प्रेसीडेंसी/ अध्यक्षता के लिए एक मजबूत मंच तैयार किया है। 
  • इस दौरान, अमेरिकी राष्ट्रपति जोसेफ बाइडेन ने विलमिंगटन स्थित अपने निवास पर एक विशेष बैठक की मेज़बानी की।
  • भारत के प्रधानमंत्री की यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा का भारत के लिए महत्त्व : 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा मुख्यतः तीन महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर केंद्रित रही – 

क्वाड बैठक और उससे संबंधित वैश्विक मुद्दे : 

  • क्वाड बैठक : अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ क्वाड की बैठक हुई। इसमें राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ द्विपक्षीय चर्चा के दौरान यूक्रेन संघर्ष जैसे वैश्विक मुद्दों पर बात की गई।

भारत में पहला राष्ट्रीय सुरक्षा सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र स्थापित करना : 

  • सेमीकंडक्टर संयंत्र की स्थापना : भारत और अमेरिका के सहयोग से भारत में पहला राष्ट्रीय सुरक्षा सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र स्थापित किया जाएगा। यह संयंत्र सैन्य अनुप्रयोगों और महत्वपूर्ण दूरसंचार के लिए सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन करेगा। 

 

अन्य द्विपक्षीय पहल और सहयोगात्मक प्रयास : 

 

  • जीएफ कोलकाता पावर सेंटर की स्थापना : अमेरिका-भारत सहयोग से जीएफ कोलकाता पावर सेंटर की स्थापना की गई, जो सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला और एआई जैसे क्षेत्रों में नवाचार में योगदान देगा।
  • नासा और इसरो की संयुक्त अनुसंधान परियोजना : वर्ष 2025 में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर नासा और इसरो की पहली संयुक्त अनुसंधान परियोजना की योजना है।
  • अमेरिका-भारत वैश्विक चुनौतियां संस्थान : इस संस्थान की स्थापना से 90 मिलियन डॉलर की धनराशि जुटाई जाएगी, जिससे उच्च प्रभाव वाली शोध एवं विकास परियोजनाओं को वित्त पोषित और आपसी द्विपक्षीय साझेदारियों को समर्थन मिलेगा।
  • सामूहिक वित्त पोषण पहल : अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों के लिए संयुक्त अनुसंधान में 15 मिलियन डॉलर का वित्त पोषण प्रदान किया जाएगा। 
  • रक्षा साझेदारियां : अमेरिका-भारत रक्षा संबंधों में प्रगति के तहत, भारत द्वारा ड्रोन खरीदने और अन्य सह-उत्पादन सौदों का स्वागत किया गया।
  • स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन : नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए 1 बिलियन डॉलर की धनराशि की घोषणा की गई।
  • वैश्विक स्वास्थ्य सहयोग : नई अमेरिका-भारत औषधि नीति के तहत दवाओं के अवैध उत्पादन और तस्करी को रोकने के लिए सहयोग बढ़ाया जाएगा। 

 

क्वाड शिखर सम्मेलन के रणनीतिक परिणाम : 

 

  • चीन का मुकाबला करना : क्वाड-एट-सी शिप ऑब्जर्वर मिशन और इंडो-पैसिफिक में समुद्री प्रशिक्षण पहल (MAITRI) आकर्षण के मुख्य केंद्र बिंदु रहे।
  • स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी : “कैंसर मूनशॉट” की प्रतिबद्धता और क्वाड वैक्सीन पहल पर प्रगति वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों के समाधान में क्वाड के प्रयासों को दर्शाती है।

 

भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों में मुख्य चुनौतियाँ : 

 

  • तनावपूर्ण मुद्दे : भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से जुड़े पन्नुन मामले और सिख कार्यकर्ताओं के साथ व्हाइट हाउस की बैठक को लेकर महत्वपूर्ण तनाव भी देखा गया। 
  • संयुक्त राष्ट्र कूटनीति और शांति वार्ता : संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री मोदी की द्विपक्षीय बातचीत, विशेषकर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ, महत्वपूर्ण रही। मोदी ने वैश्विक दक्षिण की “मजबूत आवाज़” के रूप में भारत की भूमिका को रेखांकित किया और यूक्रेन संघर्ष पर विकासशील देशों की चिंताओं का समर्थन किया। इस यात्रा ने न केवल दोनों देशों के बीच के संबंधों को मजबूत किया, बल्कि वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

 

आगे की राह और निष्कर्ष : 

 

  • प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा से प्रौद्योगिकी और रक्षा जैसे क्षेत्रों में, विशेषकर सेमीकंडक्टर और ड्रोन के मामले में, रणनीतिक प्रगति हुई है। हालांकि, पन्नून मामले और सिख सक्रियता जैसी चुनौतियों ने द्विपक्षीय संबंधों में जटिलता की परतें जोड़ दी हैं।
  • भारत की आगामी क्वाड प्रेसीडेंसी इन चुनौतियों से निपटने की उसकी क्षमता का एक महत्वपूर्ण परीक्षण होगी। इसके साथ ही, यह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के भीतर और संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय मंचों पर अपनी वैश्विक भूमिका पर जोर देने का अवसर भी प्रदान करेगी।
  • क्वाड के भीतर और वैश्विक मंच पर भारत का कूटनीतिक संतुलन महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह अपनी अंतर्राष्ट्रीय संबंध रणनीति के अगले चरण में आगे बढ़ेगा।
  • इस प्रकार, प्रधानमंत्री की यात्रा ने जहां एक ओर प्रौद्योगिकी और रक्षा में प्रगति की राह खोली है, वहीं दूसरी ओर यह भारत की कूटनीतिक क्षमता और वैश्विक मंच पर उसकी भूमिका को भी परखने का अवसर प्रदान करती है।

 

निष्कर्ष : 

  • प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा ने भारत-अमेरिका संबंधों में नई ऊर्जा का संचार किया है। हालांकि, पन्नून मामले और सिख अलगाववादी सक्रियता जैसी चुनौतियों ने द्विपक्षीय संबंधों में जटिलता बढ़ाई है। भारत की आगामी क्वाड प्रेसीडेंसी इन चुनौतियों से निपटने की उसकी क्षमता का परीक्षण करेगी और वैश्विक मंच पर उसकी भूमिका को और मजबूत करेगी। इस यात्रा ने भारत की कूटनीतिक संतुलन और अंतर्राष्ट्रीय संबंध रणनीति के अगले चरण में आगे बढ़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जो आने वाले समय में भारत-अमेरिका संबंधों में स्वच्छ ऊर्जा और सुरक्षा में सहयोग की नई शुरुआत के रूप में “ मील का पत्थर ” साबित होगा। 

 

स्त्रोत – पीआईबी एवं द हिन्दू।

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प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : 

 

Q.1. प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान किस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए और क्वाड शिखर सम्मेलन में भारत ने किस वर्ष अगली बैठक की मेजबानी करने की घोषणा की है ?

A. रक्षा समझौता : 2025 

B. व्यापार समझौता :  2024

C. जलवायु परिवर्तन समझौता : 2023

D. स्वास्थ्य समझौता : 2026

 उत्तर : A. रक्षा समझौता : 2025

 

मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : 

 

Q.1. प्रधानमंत्री मोदी की हाल की संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा के रणनीतिक परिणामों पर चर्चा करते हुए, क्या आप बता सकते हैं कि इस यात्रा के दौरान क्वाड में भारत की भूमिका और अमेरिका के साथ द्विपक्षीय प्रगति पर क्या मुख्य बिंदु सामने आए हैं और ये घटनाक्रम भारत की भू-राजनीतिक स्थिति को किस प्रकार प्रभावित करते हैं ? ( शब्द सीमा – 250 अंक -15 )

 

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