11 Jul सेहर (SEHER) कार्यक्रम / योजना
( यह लेख यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र – 3 के अंतर्गत ‘ भारतीय अर्थव्यवस्था और योजना, संसाधनों का जुटाव / संग्रहण, विकास से संबंधित मुद्दे और रोज़गार , समावेशी विकास और इससे उत्पन्न मुद्दे ’ खंड से और यूपीएससी के प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत ‘ नीति आयोग , महिला उद्यमिता मंच , ट्रांसयूनियन क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड, मानव संसाधन सशक्तीकरण सोसायटी कार्यक्रम ’ खंड से संबंधित है। इसमें PLUTUS IAS टीम के सुझाव भी शामिल हैं। यह लेख ‘ दैनिक कर्रेंट अफेयर्स ’ के अंतर्गत ‘ SEHER कार्यक्रम / योजना ’ से संबंधित है।)
खबरों में क्यों ?
- हाल ही में 8 जुलाई 2024 को महिला उद्यमिता मंच (Women Entrepreneurship Platform – WEP) और ट्रांसयूनियन क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड [TransUnion CIBIL] ने भारत में महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए मानव संसाधन सशक्तीकरण सोसायटी (Society for Empowering Human Resource – SEHER) कार्यक्रम / योजना को शुरू किया है।
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला उद्यमियों के बीच वित्त, ऋण तक पहुँच और प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाना है और इसके लिए उन्हें आवश्यक संसाधन और उपकरण प्रदान करना है।
- महिला उद्यमिता मंच (WEP) मौजूदा हितधारकों के साथ अभिसरण और सहयोग पर ध्यान केंद्रित करता है, जिससे विभिन्न हस्तक्षेपों के माध्यम से महिला उद्यमियों को निरंतर समर्थन मिलता है।
- SEHER कार्यक्रम को महिला उद्यमिता मंच (WEP) की मिशन निदेशक और नीति आयोग की प्रमुख आर्थिक सलाहकार, श्रीमती अन्ना रॉय द्वारा लॉन्च किया गया।
भारत में व्यवसाय के क्षेत्र में महिलाओं की वर्तमान स्थिति :
भारत में महिलाओं के व्यवसाय में स्वामित्व की दृष्टि से वृद्धि हो रही है। यहां भारत में व्यवसाय के क्षेत्र में महिलाओं की वर्तमान स्थिति से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य निम्नलिखित है –
MSME सेक्टर में महिलाओं का स्वामित्व :
- भारत में 63 मिलियन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) हैं, जिनमें से लगभग 20% महिलाओं के स्वामित्व में हैं।
- ये उद्यम 27 मिलियन लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं।
व्यावसायिक ऋण की मांग :
- पिछले 5 वर्षों में (2019 से 2024) महिलाओं द्वारा व्यावसायिक ऋण की मांग में 3.9 गुना वृद्धि हुई है।
- वित्त वर्ष 2019 और 2024 के बीच, महिला उधारकर्त्ताओं की हिस्सेदारी में 10% की वृद्धि हुई है।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वामित्व :
- ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के स्वामित्व वाले उद्यमों की हिस्सेदारी शहरी क्षेत्रों (18.42%) की तुलना में अधिक है (22.24%)।
- यह वृद्धि महिलाओं के उद्यमिता में सकारात्मक परिवर्तन का संकेत है और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है।
महिला उद्यमिता मंच (WEP) के बारे में प्रमुख तथ्य :
- महिला उद्यमिता मंच (WEP) को नीति आयोग द्वारा 2018 में लॉन्च किया गया और 2022 में इसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी (Public-Private Partnership – PPP) में परिवर्तित कर दिया गया। इसका उद्देश्य भारत में महिला उद्यमियों को समर्थन प्रदान करना और एक सक्षम वातावरण बनाना है।
उद्देश्य और कार्यक्षेत्र :
- उद्यमिता संवर्धन : महिला उद्यमिता मंच (WEP) महिला उद्यमियों को व्यवसाय शुरू करने और बढ़ाने में मदद करता है।
- वित्तीय संसाधनों तक आसानी से पहुंच सुनिश्चित करना : वित्तीय संसाधनों तक आसान पहुंच सुनिश्चित करता है।
- बाजार से संपर्क स्थापित करना : महिला उद्यमियों को बाज़ार से जोड़ने में मदद करता है।
- प्रशिक्षण और कौशल विकास को बढ़ावा देना : यह योजना महिलाओं को व्यावसायिक कौशल और ज्ञान को बढ़ावा देता है।
- परामर्श और नेटवर्किंग का अवसर प्रदान करना : परामर्श सेवाएं और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करता है।
- व्यवसाय के विकास से संबंधित सेवाएं प्रदान करना : व्यवसाय को विकसित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करता है।
सेहर (SEHER) योजना के प्रमुख लक्ष्य :
- महिलाओं को वित्तीय साक्षरता प्रदान करना : महिलाओं को वित्तीय विषयों पर शिक्षित करना, जिसमें उनकी CIBIL रैंक और वाणिज्यिक क्रेडिट रिपोर्ट शामिल हैं।
- व्यावसायिक कौशल प्रदान करना : इस योजना के तहत महिलाओं को अपने व्यवसाय का प्रबंधन और विकास करने में सहायता के लिए संसाधन और प्रशिक्षण प्रदान करना शामिल है।
- वित्त तक आसानी से पहुंच सुनिश्चित करना : इस योजना के तहत महिलाओं को यह समझने में सहायता करना कि वे प्रभावी रूप से ऋण तक कैसे पहुंच सकती हैं और उसका प्रबंधन कैसे कर सकती हैं।
- महिला उद्यमिता मंच (WEP) की भूमिका : WEP ( महिला उद्यमिता मंच ) एक सार्वजनिक-निजी भागीदारी मंच है जिसे नीति आयोग द्वारा विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य महिला उद्यमियों को समर्थन देने वाला एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।
- ट्रांसयूनियन सिबिल की भूमिका : यह वित्तीय जानकारी और क्रेडिट जानकारी प्रदान करता है, जिसका उद्देश्य महिला उद्यमियों के वित्तीय कौशल में सुधार करना है।
सेहर कार्यक्रम / योजना का योगदान और प्रभाव :
- MSME सेक्टर : MSME मंत्रालय के अनुसार, भारत में 63 मिलियन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम हैं, जिनमें से 20.5% महिलाओं के स्वामित्व वाले हैं।
- रोजगार सृजन करना : इस योजना के तहत ये महिला-स्वामित्व वाले उद्यम 27 मिलियन लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं।
- ग्रामीण और शहरी उद्यमों का विभाजन : ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के स्वामित्व वाले उद्यमों का हिस्सा (22.24%) शहरी क्षेत्रों (18.42%) की तुलना में थोड़ा अधिक है।
- अर्थव्यवस्था में योगदान : महिलाओं की उद्यमिता को तेज करके, भारत 30 मिलियन से अधिक नए महिला-स्वामित्व वाले उद्यमों का निर्माण कर सकता है, जिससे संभावित रूप से 150 से 170 मिलियन और नौकरियों का सृजन हो सकता है।
आगे की राह :
- भारत में महिला उद्यमियों के लिए व्यवसाय ऋण की मांग वित्त वर्ष 2019 से वित्त वर्ष 2024 तक 3.9 गुना बढ़ गई है। मार्च 2024 में व्यवसाय ऋण वाले 1.5 करोड़ उधारकर्ताओं में से 38% महिलाएं थीं। इसी अवधि में महिलाओं द्वारा व्यवसाय ऋण के पोर्टफोलियो बैलेंस में 35% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) देखी गई है।
- महिला उद्यमिता मंच (WEP) और ट्रांसयूनियन CIBIL ने SEHER क्रेडिट शिक्षा कार्यक्रम की शुरुआत की है, जो महिला उद्यमियों को वित्तीय साक्षरता सामग्री और व्यावसायिक कौशल प्रदान करेगा। यह कार्यक्रम उन्हें वित्तीय उपकरणों तक पहुंचने में मदद करेगा, जिससे वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकें और देश की अर्थव्यवस्था में रोजगार सृजन में योगदान दे सकें।
- SEHER कार्यक्रम महिला उद्यमियों को अच्छा क्रेडिट इतिहास और CIBIL स्कोर बनाने के महत्व को समझाएगा, जिससे उन्हें वित्तीय संसाधनों तक आसानी और तेजी से पहुंचने में मदद मिलेगी।
- महिला नेतृत्व वाले व्यवसाय विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहे हैं। उनके स्थिर विकास के लिए त्वरित, सरल और किफायती वित्तीय पहुंच महत्वपूर्ण है। WEP और ट्रांसयूनियन CIBIL मिलकर देशभर में महिला उद्यमियों के बीच वित्तीय और क्रेडिट जागरूकता को बढ़ावा दे रहे हैं।
- भारत में यह बैंकों, वित्तीय संस्थानों, एनबीएफसी, हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों, माइक्रोफाइनेंस कंपनियों और बीमा फर्मों को सेवाएं प्रदान करती है।
स्रोत – द हिन्दू एवं पीआईबी।
Download plutus ias current affairs Hindi med 11th July 2024
प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. मानव संसाधन सशक्तीकरण सोसायटी कार्यक्रम ( SEHER ) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह नीति आयोग के महिला उद्यमिता मंच और ट्रांसयूनियन सिबिल की एक संयुक्त पहल है।
- यह एक व्यापक ऋण शिक्षा कार्यक्रम है जिसे महिला उद्यमियों के बीच वित्तीय साक्षरता और व्यावसायिक कौशल बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
उपरोक्त कथन / कथनों में से कौन सा कथन सही है ?
A. केवल 1
B. केवल 2
C. न तो 1 और न ही 2
D. 1 और 2 दोनों
उत्तर – D
मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. सेहर (SEHER ) कार्यक्रम के मुख्य लक्ष्यों को रेखांकित करते हुए यह चर्चा कीजिए कि यह भारत में किस प्रकार महिला उद्यमिता के क्षेत्र में अपना योगदान और प्रभाव उत्पन्न कर रहा है तथा उन प्रभावों से उत्पन्न समस्याओं का प्रभावी समाधान क्या है? तर्कसंगत मत प्रस्तुत कीजिए। ( शब्द सीमा – 250 अंक – 15 )
Qualified Preliminary and Main Examination ( Written ) and Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) three times Of UPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION in the year of 2017, 2018 and 2020. Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) of 64th and 67th BPSC CIVIL SERVICES.
M. A M. Phil and Ph. D From (SLL & CS) JAWAHARLAL NEHRU UNIVERSITY, NEW DELHI.
No Comments