08 Jun QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024
( यह लेख यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा के अंतर्गत सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 – ‘ भारतीय राजनीति और शासन व्यवस्था, सरकारी नीतियाँ और हस्तक्षेप, शिक्षा ’ खंड से और प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत ‘ QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009, वैश्विक स्तर पर शीर्ष वैश्विक संस्थान, भारत में शीर्ष भारतीय शिक्षण संस्थान, IIT बॉम्बे, IIT दिल्ली ’ खंड से संबंधित है। इसमें PLUTUS IAS टीम के सुझाव भी शामिल हैं। यह लेख ‘ दैनिक करंट अफेयर्स ’ के अंतर्गत ‘ QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024’ से संबंधित है।)
खबरों में क्यों ?
- QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 खबरों में इसलिए है क्योंकि इस साल की रैंकिंग में कई महत्वपूर्ण बदलाव और नई विशेषताएं शामिल की गई हैं।
- इस साल की रैंकिंग में 1,500 संस्थानों को शामिल किया गया है और इसमें तीन नए संकेतक जोड़े गए हैं: स्थिरता, रोजगार परिणाम और अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क।
- इसके अलावा, इस साल की रैंकिंग में कई विश्वविद्यालयों ने अपनी स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार किया है, जैसे कि इम्पीरियल कॉलेज लंदन ने दूसरी स्थान पर छलांग लगाई है।
- इस रैंकिंग में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) ने पहला स्थान प्राप्त किया है, जबकि कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
- इस साल की रैंकिंग में स्थिरता को एक मुख्य मापदंड के रूप में शामिल किया गया है, जो छात्रों और विश्वविद्यालयों के बदलते मिशनों को दर्शाता है।
QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग की मुख्य विशेषताएँ :
QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
- QS (क्वाक्वेरेली साइमंड्स) एक वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक और सेवा प्रदाता है, जो वैश्विक उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए बेजोड़ डेटा, विशेषज्ञता और समाधान प्रदान करता है।
- 2025 QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के संकलन के लिए, QS ने 17 मिलियन शोध पत्रों, 176 मिलियन उद्धरणों, विश्व भर के 5,600 संस्थानों के डेटा और 175,798 शिक्षाविदों तथा 105,476 नियोक्ताओं से प्राप्त अंतर्दृष्टि का विश्लेषण किया है।
वैश्विक स्तर पर शीर्ष वैश्विक संस्थान :
वैश्विक स्तर पर शीर्ष वैश्विक संस्थान निम्नलिखित है –
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) : QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 के अनुसार यह संस्थान वैश्विक स्तर पर लगातार 13वें वर्ष भी विश्व के सर्वश्रेष्ठ संस्थान के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा है।
- इंपीरियल कॉलेज लंदन : QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 के अनुसार इंपीरियल कॉलेज लंदन पिछले साल की छठे स्थान क तुलना में इस वर्ष वैश्विक शीर्ष संसथान की श्रेणी में दूसरे स्थान पर पहुँचा है।
- QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 के अनुसार हार्वर्ड विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय: संयुक्त रूप से वर्ष 2024 में तीसरे स्थान पर है।
क्षेत्रीय आकर्षण : ETH ज़्यूरिख़, 17 वर्षों से महाद्वीपीय यूरोप में शीर्ष संस्थान बना हुआ है। नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (NUS) ने अपना आठवाँ स्थान बरकरार रखते हुए एशिया में एक प्रमुख संस्थान के रूप में अपनी पहचान बनाए रखी है।
QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में भारत की स्थिति :
- रैंकिंग के इस संस्करण में, 46 विश्वविद्यालयों के साथ, भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली विश्व स्तर पर सातवें स्थान पर है और एशिया में तीसरे स्थान पर है, जो केवल जापान (49 विश्वविद्यालय) और चीन (71 विश्वविद्यालय) से पीछे है।
- इस बार कुल 61% भारतीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में सुधार हुआ है, जिसमें IIT बॉम्बे को भारत में शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि 24% ने अपना स्थान पिछले वर्ष की तरह ही अपना स्थान बरकरार रखा है।
भारत का शोध एवं आपसी सहयोग में प्रदर्शन :
- प्रति संकाय उद्धरण: इस संबंध में भारत का प्रदर्शन उत्कृष्ट है, जिसका स्कोर 37.8 है, जो वैश्विक औसत 23.5 से अधिक है।
- यह एशिया में उन देशों में दूसरे स्थान पर है जहाँ 10 से अधिक रैंक प्राप्त करने वाले विश्वविद्यालय हैं।
- हालाँकि, भारत अंतर्राष्ट्रीय संकाय अनुपात और अंतर्राष्ट्रीय छात्र अनुपात संकेतकों में पीछे है, जो अधिक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और आदान-प्रदान की आवश्यकता को दर्शाता है।
भारत में शीर्ष भारतीय शिक्षण संस्थान :
- IIT बॉम्बे : भारत में अग्रणी, IIT बॉम्बे 2024 में 149वें स्थान से 2025 में 118वें स्थान पर पहुँच गया।
- IIT दिल्ली : भारत में दूसरा स्थान प्राप्त किया, 197वें स्थान से 47 पायदान नीचे 150वें स्थान पर पहुँचा।
- IIT इंदौर : इस रैंकिंग में एकमात्र भारतीय संस्थान IIT इंदौर रहा जिसकी रैंकिंग में गिरावट आई और यह 454वें स्थान से गिरकर 477वें स्थान पर आ गया है।
- नई प्रविष्टियाँ:: सिंबायोसिस इंटरनेशनल (Symbiosis International) (डीम्ड यूनिवर्सिटी) शीर्ष 20 यूनिवर्सिटीज़ में शामिल हुई तथा वैश्विक स्तर पर इसकी रैंकिंग 641-650 के बीच है।
वैश्विक स्तर पर भारत के शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालय:के शीर्ष वैश्विक संस्थान की श्रेणी में पहुचने में आगे की राह :
- भारत के शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों ने पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक रैंकिंग में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
- QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 के अनुसार, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे और दिल्ली ने दुनिया के शीर्ष 150 विश्वविद्यालयों में स्थान प्राप्त किया है1.
- आईआईटी बॉम्बे ने 31 रैंक की बढ़ोतरी के साथ 118वें स्थान पर पहुँच गया है, जबकि आईआईटी दिल्ली 47 अंक ऊपर चढ़कर 150वें स्थान पर पहुँच गया है।
- पिछले एक दशक में, भारतीय विश्वविद्यालयों का वैश्विक रैंकिंग में प्रतिनिधित्व 318% बढ़ा है, जो जी20 देशों में सबसे अधिक है।
- इस प्रगति के बावजूद, भारतीय शिक्षण संस्थानों को वैश्विक स्तर पर शीर्ष संस्थानों की श्रेणी में पहुँचने के लिए अनुसंधान, नवाचार, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर और अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा। इसके साथ ही, शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार और छात्रों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना भी आवश्यक है।
- इस प्रकार, भारतीय शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों के लिए वैश्विक स्तर पर शीर्ष संस्थानों की श्रेणी में पहुँचने की राह में अनुसंधान, नवाचार, और गुणवत्ता में सुधार की दिशा में निरंतर प्रयास करना होगा।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1 भारत में शिक्षा का प्रावधान भारतीय संविधान के निम्नलिखित में से किस भाग में अंकित है ? ( UPSC – 2019 )
- सप्तम अनुसूची
- राज्य की नीति के निदेशक तत्त्व
- पंचम अनुसूची
- ग्रामीण और शहरी स्थानीय निकाय
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर का चुनाव कीजिए।
A. केवल 1 और 2
B. केवल 1, 3 और 4
C. केवल 1, 2 और 4
D. उपरोक्त सभी।
उत्तर – D
Download plutus ias current affairs Hindi med 08th June 2024
मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. भारतीय शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों का वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रणाली के मानदंडों के स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की राह में क्या चुनौतियाँ है और इन चुनौतियों से निपटने के लिए समाधान के उपायों पर विस्तारपूर्वक चर्चा कीजिए । ( शब्द सीमा – 250 अंक – 15 )
No Comments