लखपति दीदी योजना और ग्रामीण महिला आर्थिक सशक्तिकरण

लखपति दीदी योजना और ग्रामीण महिला आर्थिक सशक्तिकरण

( यह लेख यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र – 2 के अंतर्गत ‘ केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय,  सामाजिक न्याय एवं समावेशी विकास , महिलाओं से संबंधित मुद्दे, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका ’ खंड से और यूपीएससी के प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत ‘ लखपति दीदी योजना , शिक्षा और प्रशिक्षण , दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन , ग्रामीण विकास और ग्रामीण महिला आर्थिक सशक्तिकरण ’ खंड से संबंधित है। ) 

खबरों में क्यों ?

 

( स्वीकारोक्ति : – यह  / चित्र भारत सरकार के पीआईबी से लिया गया है। यह केवल छात्रों को इस महत्वपूर्ण योजना के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से किया गया है । अतः इसमें इस आलेख के लेखक का कॉपीराईट उल्लंघन का कोई मंशा अथवा उद्देश्य नहीं है।)   

  • हाल ही में 25 अगस्त 2024 को, भारत के प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में भाग लिया। 
  • यह सम्मेलन विशेष रूप से स्वयं सहायता समूहों (Self-Help Groups – SHGs) के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित था। 
  • प्रधानमंत्री ने इस सम्मेलन में लखपति दीदी योजना के तहत अभी तक प्राप्त उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। 
  • लखपति दीदी योजना की शुरुआत से अब तक एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा चुका है और सरकार ने इस योजना के माध्यम से तीन करोड़ लखपति दीदियों को बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।
  • इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

 

लखपति दीदी योजना : 

 

  • लखपति दीदी योजना दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (Deendayal Antyodaya Yojana- National Rural Livelihoods Mission- DAY-NRLM) के अंतर्गत शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है, जो ग्रामीण स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में प्रोत्साहित करता है।
  • इस योजना का नोडल मंत्रालय – केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय है।
  • लखपति दीदी योजना के तहत, ‘लखपति दीदी’ उस महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य को कहा जाता है, जिसने सफलतापूर्वक एक लाख रुपये (1,00,000 रुपये) या उससे अधिक की वार्षिक घरेलू आय अर्जित की है। 
  • इस आय को सुनिश्चित करने के लिए यह आवश्यक है कि यह कम से कम चार कृषि मौसमों या व्यवसाय चक्रों तक स्थिर बनी रहे, ताकि औसत मासिक आय 10,000 रुपये से अधिक हो सके।
  • लखपति दीदी योजना के तहत, महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए 1-5 लाख रुपये तक की ब्याजमुक्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है और इसके साथ ही, उन्हें वित्तीय सहायता और एलईडी बल्ब बनाना, प्लंबिंग, ड्रोन रिपेयरिंग आदि जैसे कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया जाता है। 
  • यह योजना SHG परिवारों को मूल्य शृंखला हस्तक्षेपों और विभिन्न आजीविका गतिविधियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है, जिसके परिणामस्वरूप प्रति वर्ष 1,00,000 रुपये या उससे अधिक की स्थायी आय प्राप्त की जा सकती है। 
  • इस प्रकार, इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन स्तर को सुधारना है।

 

लखपति दीदी सम्मेलन की मुख्य विशेषताएँ : 

 

लखपति दीदी सम्मेलन की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं – 

  1. प्रमाण पत्र वितरण और सम्मान प्रदान करना : भारत के प्रधानमंत्री ने हाल ही में 11 लाख नई लखपति दीदियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। ये महिलाएँ वर्तमान सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान लखपति बनीं हैं, जो उनके आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
  2. वित्तीय संवितरण और परिक्रामी निधि जारी करना : प्रधानमंत्री के द्वारा इस योजना के अंतर्गत 2,500 करोड़ रुपए की एक परिक्रामी निधि जारी की गई, जिसके माध्यम से 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों के लगभग 48 लाख सदस्यों को वित्तीय लाभ प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त, 2.35 लाख स्वयं सहायता समूहों के 25.8 लाख सदस्यों को लाभ पहुँचाने के लिए 5,000 करोड़ रुपए के बैंक ऋण वितरित किए गए, जिससे उनके उद्यमों और विकास को समर्थन मिला।
  3. सांस्कृतिक और आर्थिक महत्त्व : भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और भारत के तीन वर्षों के भीतर तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने में उनके (महिलाओं के) महत्वपूर्ण योगदान पर जोर दिया। उन्होंने भारत में महिलाओं के ऐतिहासिक रूप से की गई उपेक्षाओं और महिलाओं पर आर्थिक बोझ को कम करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई पहलों में सुधारों को भी रेखांकित किया।

 

लखपति दीदी योजना का मुख्य उद्देश्य :

  • लखपति दीदी योजना, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान दिलाने का प्रयास करती है। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं की आय में सुधार करके उन्हें सशक्त बनाना और स्थायी आजीविका प्रथाओं के माध्यम से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है। इस योजना के  तहत, महिलाएँ अपने समुदायों में आदर्श भूमिका निभाते हुए प्रभावी संसाधन प्रबंधन और उद्यमशीलता की क्षमताओं को प्रदर्शित करती हैं।

 

लखपति दीदी रणनीति :

  1. आजीविका के विविध विकल्पों पर जोर देना : यह पहल स्वयं सहायता समूह (SHG) के सदस्यों के लिए आजीविका विकल्पों को गहन, सुदृढ़ और विस्तारित करने पर जोर देती है।
  2. प्रशिक्षित सामुदायिक संसाधन व्यक्ति : ये व्यक्ति डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को आजीविका नियोजन में सहायता प्रदान करते हैं।
  3. कार्यान्वयन सहायता : इस योजना के तहत SHG सदस्यों को परिसंपत्तियों, कौशल, वित्त और बाजार अभिगम (ब्रांडिंग, पैकेजिंग, ई-कॉमर्स) के रूप में समय पर सहायता प्राप्त होती है।
  4. संरचित प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान का क्षमता निर्माण करना : मिशन स्टाफ, सामुदायिक संस्थाओं और SHG सदस्यों को आजीविका गतिविधियों के विभिन्न पहलुओं पर नियमित और संरचित प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान किए जाते हैं।
  5. अभिसरण और साझेदारी का लाभ उठाना : यह योजना विभिन्न सरकारी योजनाओं और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी का लाभ उठाकर तकनीकी, वित्तीय और क्षमता निर्माण संसाधनों को जुटाती है।

 

उपलब्धियाँ :

  • वर्ष 2023 में लखपति दीदी योजना की शुरुआत के बाद से एक करोड़ महिलाओं को पहले ही लखपति दीदी बनाया जा चुका है।
  • सरकार ने ग्रामीण सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदलने वाली 9 करोड़ महिलाओं के साथ 83 लाख SHG की सफलता को मान्यता देते हुए लखपति दीदी के लक्ष्य को 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ करने की घोषणा की है।
  • इस पहल के माध्यम से पूरे भारत में लाखों महिला स्वयं सहायता समूहों को 6000 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि वितरित की गई है।

 

महिला सशक्तीकरण से संबंधित अन्य पहलें :

  1. नारी शक्ति पुरस्कार : यह पुरस्कार उन महिलाओं और संस्थाओं को सम्मानित करता है जिन्होंने महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
  2. प्रधानमंत्री आवास योजना : इस योजना का उद्देश्य सभी के लिए आवास सुनिश्चित करना है, जिसमें महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
  3. मिशन शक्ति : यह पहल महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तीकरण के लिए विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों का समन्वय करती है।
  4. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना : इस योजना के तहत महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण प्रदान किया जाता है।
  5. महिला ई-हाट : यह एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहां महिलाएं अपने उत्पादों को बेच सकती हैं, जिससे उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता मिलती है।

 

आगे की राह : 

 

लखपति दीदी योजना की सफलता को और भी अधिक बढ़ाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं – 

  1. शिक्षा और प्रशिक्षण : महिलाओं के लिए व्यवसाय प्रबंधन, वित्तीय योजना, और डिजिटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में और अधिक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की व्यवस्था करनी चाहिए। इसके साथ ही, प्रशिक्षण सामग्री को स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कराना चाहिए ताकि अधिक से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो सकें।
  2. वित्तीय सहायता का विस्तार : भारत सरकार को छोटे उद्यमों के लिए ऋण की सीमा बढ़ानी चाहिए और आसान कर्ज की व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे महिलाएं बिना किसी वित्तीय दबाव के अपने व्यवसाय को आसानीपूर्वक चला सकें।
  3. मार्केटिंग और नेटवर्किंग : महिलाओं को बाजार की मांग और ट्रेंड्स की जानकारी देने वाले सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित करने चाहिए। इसके साथ ही, उन्हें व्यापक नेटवर्किंग अवसर प्रदान करने चाहिए ताकि वे अपने उत्पादों को बेहतर तरीके से बाजार में बेच सकें।
  4. स्वास्थ्य और सुरक्षा : महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा के मुद्दों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इस दिशा में जागरूकता अभियान चलाना और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाना आवश्यक है।
  5. समीक्षा और निगरानी : इस योजना की प्रभावशीलता को सुनिश्चित करने के लिए नियमित समीक्षा और निगरानी की व्यवस्था करनी चाहिए। इस प्रक्रिया से योजना के कमजोर बिंदुओं की पहचान की जा सकती है और समय पर इसमें व्यापक रूप से सुधार किए जा सकते हैं।

 

निष्कर्ष : 

  • लखपति दीदी योजना ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, लेकिन इसके प्रभावी कार्यान्वयन और स्थिरता के लिए निरंतर प्रयास आवश्यक हैं। योजना की सफलता को और भी अधिक बढ़ाने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाना होगा जिसमें शिक्षा, वित्तीय सहायता, और स्वास्थ्य जैसी विभिन्न पहलुओं को शामिल किया जाएगा। इस प्रकार, लखपति दीदी योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी, बल्कि यह  ग्रामीण अर्थव्यवस्था में एक व्यापक बदलाव लाकर भारतीय समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन भी लाएगी।

 

स्त्रोत – पीआईबी एवं द हिन्दू।  

 

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प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : 

Q.1. लखपति दीदी योजना के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।

  1. यह योजना केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित होता है।
  2. इस योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए 1 से 5 लाख रुपये तक की ब्याजमुक्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
  3. नारी शक्ति पुरस्कार उन महिलाओं और संस्थाओं को दिया जाता है, जिन्होंने महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।

उपर्युक्त कथनों में से कितने कथन सही है ? 

A. केवल एक 

B. केवल दो 

C. इनमें से कोई नहीं।

D. इनमें से सभी।

उत्तर – D

मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : 

 

Q.1. ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई लखपति दीदी योजना, जो विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रही हैं। उन चुनौतियों को रेखांकित करते हुए चर्चा करें कि लखपति दीदी योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ- ही – साथ यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था में व्यापक बदलाव लाने में कैसे मदद करेगा? ( शब्द सीमा – 250 अंक – 15 ) 

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